Sunday, December 1, 2019

हैवानियत का ज़माना

यह अपमान हमारा है।
लूटी है एक बेटी तो लूटा सम्मान हमारा है।

औरत समाज की किस्मत है।
फिर भी किस्मत की मारी है।
औरत आज भी जिंदा जलती है।
फिर भी कहलाती वो कुर्बानी है।

लूट कर एक बेटी की इज्जत हैवानो तुम्हें नींद कैसे आई होगी  तड़पा कर एक फूल जैसी बेटी तुमने अपने घर की माँ बहनों से नजरे कैसे मिलाई होगी।

इस हैवानियत के ज़मानें में कहाँ बेटियां महफूज़ है?
जहाँ बेटियो को देवी समझा जाता है। वही दूसरी तरफ बेटिया कुछ हैवानों की हवस का शिकार हो जाती हैं।

हैदराबाद में एक 26 साल की लड़की प्रियंका रेड्डी के साथ रेप किया गया और उसे बड़ी बेरहमी के साथ जिंदा जला दिया गया।

पहले निर्भया उसके बाद ट्विंकल फिर आसिफा और अब प्रियंका।

बीच सड़क पर अगर रेप हो सकता है तो फांसी क्यों नही?

जब तक देश में बल्तकारियों को बीच सड़क पे फांसी नही दी जाएगी। तब तक देश में ऐसे ही दरिन्दे बहन, बेटियो का रेप करते रहेंगे।

क्या लड़कियों को इंसाफ नही मिलेगा? 
क्या लड़कियां युही दुख दर्द झेलती रहेंगी? 

आखिर कब तक ऐसा ही चलता रहेगा?

कब सजा मिलेगी इन हत्यारों को?
कब सजा मिलेगी इन हत्यारों को?

Sunday, November 24, 2019

वृक्षारोपण

वृक्षारोपण से तात्पर्य वृक्षों के विकास के लिए पौधों को लगाना और हरियाली को फैलाना है वृक्षारोपण पर्यावरण के लिए अच्छा व महत्वपूर्ण है। वृक्षारोपण के महत्व पर समय समय पर जोर दिया गया है।  बढ़ते प्रदूषण की वजह से वृक्षारोपण की आवश्यकता इन दिनों अत्यधिक महत्वपूर्ण हो गई है। हम सभी जानते है कि पेड़ ऑक्सीजन का स्रोत है। जिसके बिना पृथ्वी पर जीवित प्राणियों का जीवन संभव नहीं है।

पेड़ पौधे कार्बन डाइऑक्साइड लेते है और कार्बन डाइऑक्साइड लेने के अलावा सल्फर डाइऑक्साइड और कार्बन मोनोऑक्साइड सहित कई हानिकारक गैसों को भी अवशोषित करते हैं और वातावरण से हानिकारक प्रदूषक को भी फिल्टर करते है जिससे कि हम साफ सुथरी व ताज़ा हवा सांस लेने के लिए मिल पाती है।

पेड़ बहुत सारे लाभ प्रदान करते है ये हवा को शुद्ध करते हैं, पानी को संरक्षित करते हैं, जलवायु नियंत्रण में मदद करते हैं, मिट्टी की शक्ति को बरकरार रखते हैं और कई अन्य तरीकों से पर्यावरण को लाभ पहुंचाते है और पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखने के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं लेकिन हम इन्हें तीव्रता से काटते जा रहे है। इस नुकसान की क्षतिपूर्ति करने के लिए वृक्षारोपण आवश्यक है।

हमें अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाने चाहिए और हमें ऐसा करने के लिए आसपास के लोगों को भी प्रोत्साहित करना चाहिए। 
हमारे छोटे-छोटे प्रयास पृथ्वी पर पूरी तरह से पर्यावरण के लिए बहुत बड़ा अंतर ला सकते है।

Thursday, November 14, 2019

छिन गया बचपन

आमतौर पर बचपन जिंदगी का स्वतंत्र हिस्सा होता है, जहाँ ना तो किसी बात की चिंता होती है और ना ही किसी बात का गम। बचपन माता-पिता और समाज के प्यार का बेजोड़ संगम होता है, जो हमारे बचपन को बेपनाह प्यार और खुशियों से भर देता है। लेकिन इन नन्हे मुन्हे बच्चों का बचपन कहीं खत्म सा हो गया है। इन्हें नही पता कि प्यार क्या हैं, खुशियाँ क्या है, आज़ादी क्या हैं, स्कूल क्या हैं, छुट्टी क्या है, शिक्षा क्या है। ये नही पीते दूध और ना ही कुछ अच्छा खाते हैं। इन्हें सिर्फ सुखी रोटी का पता है। छिन गया बचपन इन फूल जैसे प्यारे बच्चों का।

बाल मजदूरी हटाओ,
बच्चों का बचपन बचाओ।